आज भारतीय शेयर बाजार में अच्छी खासी तेजी आई है। लेकिन इसके बावजूद vodafone-idea के शेयर 5 फ़ीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ ट्रेड कर रही दरअसल घाटे में चल रही इस टेलीकॉम कंपनी को सरकार बैंकों या इसके प्रमोटर्स से फंड नहीं मिल पा रहा है।
Vodafone-idea के शेयर मे आज भी गिरावट देखने को मिल रही है। आज इस शेयर में करीब 5% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है पिछले 5 दिनों में यह शेयर 7.50 प्रतिशत तक लुढ़क चुका है पिछले 1 साल में इस शेयर में 50% तक की गिरावट देखने को मिल चुकी है। वोडाफोन के शेयरआज 52 हफ्ते के निचले स्तर पर फिसलचुका है। मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि आने वाले समय में इस कंपनी की मुसीबतें बढ़ सकती है।
Vodafone-idea के गिरने की वजह क्या है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में कंपनी ने स्थानीय बैंकों से कम से कम 700 करोड़ रुपए का इमरजेंसी फंड मांगा था। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, एच डी एफ सी बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक उन बैंकों में शामिल है। जिससे कंपनी ने लोन के लिए संपर्क किया था। हालांकि लीडर्स या तो इसके प्रमोटर्स (यूके के वोडाफोन पीएलसी और भारत के आदित्य बिरला समूह) द्वारा कैपिटल बढ़ाने या सरकार द्वारा डाटा कन्वर्जन का इंतजार कर रहे हैं।
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रिपोर्ट में कहा गया है अगर जनवरी-फरवरी तक वोडाफोन आइडिया के प्रमोटर्स की ओर से प्रेश कैपिटल नहीं आती है। तो कंपनी के लिए सर्वाइव करना मुश्किल हो जाएगा। हालांकि इस रिपोर्ट में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
एसबीआई नए लोन के बदले इक्विटी इन्फ्यूजन के पक्ष में है लेंडर्स का VI से कहना है कि प्रमोटर्स इक्विटी इन्फ्यूजन करें। इसके साथ-साथ लेंडर्स VI को लोन देने से पहले सरकार से सफाई चाहते हैं। लेंडर्स के मुताबिक सरकार की ओर से कुछ भी सफाई ना मिलने की स्थिति में लोन देना संभव नहीं होगा। लेंडर्स वोडाफोन से कन्वर्जन पर सफाई की मांग कर रहे हैं।
Vodafone-idea अपनी इक्विटी कैपिटल को बढ़ाना चाहती है।
कैबिनेट से मंजूरी के करीब 15 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। लेकिन vodafone-idea के बकाए को सरकार ने इक्विटी में कन्वर्ट नहीं किया है। अभी तक यह साफ नहीं है। कि आखिर कब तक कंपनी के बकाए को इक्विटी में कन्वर्ट किया जाएगा इस प्रोसेस में देरी के पीछे का कारण भी नहीं पता चल पाया है। सूत्रों के मुताबिक टेलीकॉम विभाग चाहती है। कि कंपनी अपने इक्विटी कैपिटल को बढ़ाएं और नए निवेशकों को भी शामिल करें।
Vodafone-idea पर 2 लाख करोड़ के कर्ज का है दबाव।
बता दें कि कंपनी पर वर्तमान में 2लाख करोड रुपए से अधिक का कर्ज है। वोडाफोन आइडिया के प्रमोटर्स ने पहले सरकार को आश्वासन दिया था कि करीब 10000 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। सरकार द्वारा सितंबर 2021में टेलीकॉम सेक्टर के लिए पैकेज को अंतिम रूप देने से कुछ समय पहले ही या अश्वासन दिया था। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 5 जनवरी को कहा की अकेले इक्विटी के कन्वर्जन से कंपनी को वित्तीय समस्याओं का समाधान नहीं होगा। कंपनी को कई सूत्रों से कैपिटल की जरूरत है
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